
स्तन कैंसर (Breast Cancer) तब होता है जब स्तन की कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का निर्माण करती हैं। यह महिलाओं में सबसे आम कैंसरों में से एक है, लेकिन पुरुषों में भी हो सकता है। समय पर जांच और उपचार से इसे प्रभावी ढंग से प्रबंधित किया जा सकता है।
कारण
स्तन कैंसर के कई कारण और जोखिम कारक हो सकते हैं:
- जेनेटिक फैक्टर: BRCA1 और BRCA2 जैसे आनुवंशिक उत्परिवर्तन।
- परिवार का इतिहास: परिवार में स्तन कैंसर का इतिहास।
- हार्मोनल फैक्टर: एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के उच्च स्तर।
- आयु: उम्र बढ़ने के साथ स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ता है।
- रेडिएशन एक्सपोजर: विकिरण के संपर्क में आना।
- मासिक धर्म की शुरुआत और रजोनिवृत्ति: कम उम्र में मासिक धर्म की शुरुआत और देर से रजोनिवृत्ति।
- जीवनशैली के कारक: शराब का सेवन, मोटापा, और शारीरिक निष्क्रियता।
महत्वपूर्ण तथ्य
- स्तन कैंसर महिलाओं में सबसे आम कैंसर है और कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे आम कारण है।
- प्रारंभिक जांच और निदान से उपचार अधिक प्रभावी होता है।
- स्तन कैंसर का समय पर पता लगाने के लिए नियमित मैमोग्राम और सेल्फ-एग्जामिनेशन महत्वपूर्ण हैं।
- स्तन कैंसर के विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनमें डक्टल कार्सिनोमा इन सीचू (DCIS) और इंवेसिव डक्टल कार्सिनोमा (IDC) शामिल हैं।
लक्षण
स्तन कैंसर के लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:
- स्तन में गांठ या मोटाई।
- स्तन के आकार या आकार में परिवर्तन।
- निप्पल में बदलाव, जैसे निप्पल का भीतर की ओर मुड़ना।
- निप्पल से निर्वहन, खासकर अगर रक्त मिला हो।
- स्तन या निप्पल की त्वचा में लाली या स्केलिंग।
- बगल या गर्दन में गांठें।
निदान
स्तन कैंसर का निदान निम्नलिखित तरीकों से किया जाता है:
- मैमोग्राफी: स्तन की एक्स-रे इमेजिंग।
- अल्ट्रासाउंड: स्तन के ऊतकों की ध्वनि तरंगों द्वारा जांच।
- एमआरआई: चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग।
- बायोप्सी: संदिग्ध गांठ से ऊतक का नमूना लेकर परीक्षण।
- जीनोमिक टेस्टिंग: ट्यूमर के आनुवंशिक प्रोफाइल का विश्लेषण।
उपचार
स्तन कैंसर का उपचार इसके चरण, प्रकार और मरीज की स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है:
- सर्जरी: ट्यूमर को हटाने के लिए। इसमें लंपेक्टॉमी और मास्टेक्टॉमी शामिल हो सकती है।
- रेडियोथेरेपी: कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए विकिरण का उपयोग।
- कीमोथेरेपी: कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दवाओं का उपयोग।
- हार्मोन थेरेपी: हार्मोन रिसेप्टिव ट्यूमर के विकास को रोकने के लिए।
- लक्षित थेरेपी: विशिष्ट कैंसर कोशिकाओं को लक्षित करने वाली दवाएं।
- इम्यूनोथेरेपी: शरीर की इम्यून सिस्टम को कैंसर से लड़ने में मदद करने वाली दवाएं।
FAQ’s
- स्तन कैंसर क्या है?
- स्तन कैंसर तब होता है जब स्तन की कोशिकाएँ अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का निर्माण करती हैं।
- स्तन कैंसर के मुख्य कारण क्या हैं?
- जेनेटिक उत्परिवर्तन, परिवार का इतिहास, हार्मोनल असंतुलन, उम्र, रेडिएशन एक्सपोजर, और जीवनशैली के कारक।
- स्तन कैंसर के लक्षण क्या हैं?
- स्तन में गांठ, आकार या आकार में परिवर्तन, निप्पल में बदलाव, निप्पल से निर्वहन, और त्वचा में लाली या स्केलिंग।
- स्तन कैंसर का निदान कैसे किया जाता है?
- मैमोग्राफी, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई, बायोप्सी, और जीनोमिक टेस्टिंग के माध्यम से।
- स्तन कैंसर का उपचार कैसे किया जाता है?
- सर्जरी, रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी, हार्मोन थेरेपी, लक्षित थेरेपी, और इम्यूनोथेरेपी से।
- क्या स्तन कैंसर की रोकथाम संभव है?
- जोखिम कारकों को कम करने, नियमित जांच, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, और समय पर निदान से स्तन कैंसर की रोकथाम संभव है।
- स्तन कैंसर का इलाज कितने समय तक चलता है?
- इलाज का समय कैंसर के प्रकार, चरण, और मरीज की प्रतिक्रिया पर निर्भर करता है। इलाज के चरण और प्रकार के अनुसार कुछ महीने से लेकर सालों तक चल सकता है।
- क्या स्तन कैंसर पुरुषों में भी हो सकता है?
- हां, स्तन कैंसर पुरुषों में भी हो सकता है, हालांकि यह बहुत ही दुर्लभ होता है।